
छतरपुर: (मध्य प्रदेश) शहर के सबसे प्रतिष्ठित ठिकानों में से एक 'द रॉयल होटल' अब सुर्खियों में नहीं, बल्कि सीधे विवादों के केंद्र में आ गया है! मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे, सागर रोड स्थित इस पॉश होटल में जो कुछ हुआ, उसने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया। एक युवक और युवती के कथित तौर पर संदिग्ध अवस्था में पकड़े जाने की खबर मिलते ही, भगवा ध्वज लिए हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता का गुस्सा होटल पर टूट पड़ा। यह घटनाक्रम इतना नाटकीय था कि होटल प्रबंधन सकते में आ गया और पुलिस को आनन-फानन में मोर्चा संभालना पड़ा।
होटल में 'अनैतिकता का अड्डा'? कार्यकर्ताओं के गंभीर आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता 'द रॉयल होटल' पहुंच गए। उनकी उपस्थिति ने तुरंत माहौल को गरमा दिया। कार्यकर्ताओं ने होटल परिसर के अंदर और बाहर जमकर हंगामा किया और प्रबंधन पर 'अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने' का सीधा और बेहद गंभीर आरोप लगाया।
संगठनों के नेताओं का दावा है कि यह होटल लंबे समय से आर्थिक मुनाफे के लिए युवाओं को संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे उपलब्ध करा रहा था। एक कार्यकर्ता ने तीखे लहजे में कहा, “यह होटल परिवार के लिए नहीं, बल्कि अनैतिकता का अड्डा बन चुका है। युवा पीढ़ी को गुमराह किया जा रहा है और होटल प्रबंधन आंख मूंदकर सब देख रहा है। हम यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगे!”
इन आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह तो पुलिस की गहन जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन इस हाई-वोल्टेज हंगामे ने शहर के संभ्रांत वर्ग को भी चौंका दिया है। कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि होटल के लाइसेंस की जांच की जाए और प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
पुलिस एक्शन: मैनेजर हिरासत में, CCTV फुटेज की गहन जांच
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, सिविल लाइन पुलिस स्टेशन को तुरंत एक्शन लेना पड़ा। सूचना पाकर थाना प्रभारी सतीश सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा। भीड़ को नियंत्रित करने के बाद, पुलिस ने सबसे पहले कार्रवाई करते हुए होटल के मैनेजर को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ शुरू की गई।
थाना प्रभारी सतीश सिंह ने मीडिया को बताया, “हमें सूचना मिली थी कि होटल में संदिग्ध गतिविधियों को लेकर हंगामा हो रहा है। हमने तुरंत मैनेजर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अब हमारी टीम होटल के रजिस्टर, सभी दस्तावेज़ों और सबसे महत्वपूर्ण, CCTV फुटेज को बारीकी से खंगाल रही है।”
पुलिस का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि युवक-युवती को कमरा किस आधार पर दिया गया था? क्या उन्होंने पहचान पत्र (ID) जमा किए थे? और क्या होटल प्रबंधन ने कमरा किराए पर देने के नियमों (Guest Registration Norms) का पूरी तरह पालन किया था? अगर जांच में किसी भी तरह की लापरवाही या नियमों का उल्लंघन पाया जाता है, तो होटल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रबंधन का पक्ष: “बाहर जाने को कहा, तब बिगड़ी स्थिति”
इस पूरे मामले पर 'द रॉयल होटल' प्रबंधन ने भी अपना पक्ष रखा है। होटल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जब मैनेजर को युवक-युवती की स्थिति थोड़ी भी संदिग्ध लगी, तो उन्होंने उनसे तत्काल होटल परिसर से बाहर चले जाने के लिए कहा। सूत्रों का दावा है कि जैसे ही यह बात हुई, उसी समय हिंदूवादी संगठन के लोग पहुंच गए और स्थिति बेकाबू हो गई। होटल प्रबंधन का कहना है कि वे पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।
तनावपूर्ण माहौल, पुलिस की पैनी नजर
इस घटना के बाद 'द रॉयल होटल' और उसके आसपास का इलाका काफी देर तक तनावपूर्ण माहौल में रहा। कार्यकर्ताओं और तमाशबीनों की भारी भीड़ जमा रही। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त बल तैनात किया है। थाना प्रभारी सतीश सिंह ने स्पष्ट किया है कि जांच पूरी होने तक स्थिति पर संवेदनशीलता के साथ नजर रखी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा न हो और कानून-व्यवस्था बनी रहे। शहर के प्रतिष्ठित होटल में हुई इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब पुलिस की अंतिम जांच रिपोर्ट ही देगी।